tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post1396793725221307796..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: बीमार राजनेताओं से देश का इलाजPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-17456098069176068742016-04-05T17:29:30.379+05:302016-04-05T17:29:30.379+05:30Parsun sir Sosa Sanyo Parsun sir Sosa Sanyo vivek singhhttps://www.blogger.com/profile/16469210102935903303noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-36635767012149663562016-04-05T17:29:21.395+05:302016-04-05T17:29:21.395+05:30Parsun sir Sosa Sanyo Parsun sir Sosa Sanyo vivek singhhttps://www.blogger.com/profile/16469210102935903303noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-56230043554433274322016-03-05T08:38:14.293+05:302016-03-05T08:38:14.293+05:30प्रसून जी,
मीडिया बदलाव/घटना/समाचार का हिस्सा या प...प्रसून जी,<br />मीडिया बदलाव/घटना/समाचार का हिस्सा या पक्ष नहीं होता वह तो उसको तटस्थ रूप से पेश करने का माध्यम होता है। देश की तरक्की के लिए पहली जरूरत अपने-अपने पेशे से ईमानदारी है, न कि दूसरों की चुगलखोरी। मीडिया सहित इस देश में लोकतंत्र के सभी खंभे आम जनता को बेवकूफ समझते हैं। हर मीडिया हाउस, हर पत्रकार और हर ऐंकर का अपना एजेंडा है। जो खुद को जितना तटस्थ कह रहा है वो उतना ही अपने पसंद के पक्ष को पोषित और पल्लवित कर रहा है। <br />मेरा विश्वास है कि इस देश के मीडिया ने दूसरों पर उंगली उठाने का हक खो दिया है क्योकि कोई भी पत्रकार ऐसा नही है जो खुले तौर पर अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से बंधा और पसंद की पिपहरी बजाने में व्यस्त न हो। हिन्दी इलेक्ट्रॉनिक माडिया का एक भी पत्रकार ऐसा नहीं है जो विषय पर चर्चा के दौरान तटस्थ रूप से प्रस्तोता बना रहता हो। सब-के-सब खुले तौर पर पैनल में अपने पसंद के लोगों को बढ़ावा देते हैं और दूसरे पक्ष के लोगों को टोकते व बाधित करते हैं।<br /><br />सो दूसरो से पहले मीडिया को अपनी बीमारी का इलाज करना होगा, उसका वह योगदान इस देश के लोकतंत्र के लिए पर्याप्त होगा। <br /><br />सादर! Ashutosh Mitrahttps://www.blogger.com/profile/12956358435578751392noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-61754892326362724302016-03-05T00:13:51.454+05:302016-03-05T00:13:51.454+05:30ये सब छोड़ो उस्ताद, आपका हीरो कन्हैया जेल से आ गया,...ये सब छोड़ो उस्ताद, आपका हीरो कन्हैया जेल से आ गया, हो जाये एक क्रांतिकारी इंटरव्यू?Anonymousnoreply@blogger.com