tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post1793929328422987658..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: कटघरे में खड़े मनमोहन सिंह की त्रासदीPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-78121906248368481412011-07-16T02:42:38.729+05:302011-07-16T02:42:38.729+05:30mein aapki posts ko fb par share nahi kar paa raha...mein aapki posts ko fb par share nahi kar paa raha hoo.<br />koi bhi meri shahayta karega,plz.prabhatdixithttps://www.blogger.com/profile/18373757747928210594noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-13746852287334122572011-07-13T09:46:11.837+05:302011-07-13T09:46:11.837+05:30बाजपेयी जी,
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लगातार निगरानी...बाजपेयी जी,<br />सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लगातार निगरानी रखे जाने के बाद भी आज सरकार की ये स्थिति है। पता नहीं तब क्या होता जब हमारे देश का सर्वोच्च न्यायालय इस पर किसी भी प्रकार की टिका टिप्पणी नहीं करता। <br /><br />www.panchayatkimuskan.blogspot.comrajesh singh kshatrihttps://www.blogger.com/profile/05830899015565164627noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-16786548013135963142011-07-12T19:23:47.751+05:302011-07-12T19:23:47.751+05:30दरअसल मनमोहन जी सीधे हैं इसलिऐ ये बाते आज खुल कर क...दरअसल मनमोहन जी सीधे हैं इसलिऐ ये बाते आज खुल कर की जा रही हैं, चाहे न्यायपालिका की मीडियापरस्ती हो, या मीडिया की सरकारी कुत्ता नोंच, बोफोर्स या विदेशो में पडा धन सरकार के खिलाफ एक औजार बन कहा हैं पर गैर काग्रेसीयो ने भी पद्रह साल में तक सत्ता सुख चखा, क्यो नही इन पर काम किया प्रमोद महाजन /अमर सिंग तो कारर्पोरेट जगत के गले में हाथ डाले चलते थे,सुषमा व जेटली भी कुछ इन्ही पजह से आपस में नजरे तरेरते हैं <br />पर बात जब राजनीति के मिजाज की हो तो मीडिया को मिल रही सहूलियते भी दोषी हैं ....सतीश कुमार चौहानhttps://www.blogger.com/profile/00624509331785485261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-7711811269495886572011-07-12T15:32:26.137+05:302011-07-12T15:32:26.137+05:30तथ्यात्मक पोस्ट..
इस कुख्यात गठजोड़ में ..शासन प्र...तथ्यात्मक पोस्ट..<br />इस कुख्यात गठजोड़ में ..शासन प्रसाशन मीडिया ये तीन तो आ चुके हैं..<br />अब उम्मीद न्यायपालिका से है जिसमें कम से कम कुछ ईमानदारी बची है..<br />पंडित जी..गठजोड़ हैं ही पहले से ही आप ही जरा शिफ्टिंग कर ले मीडिया से शासन की और शायद कुछ भला हो जाये......आशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-59468077086629557892011-07-12T13:38:54.962+05:302011-07-12T13:38:54.962+05:30i am your fan Prasunji, very much indepth article
...i am your fan Prasunji, very much indepth article<br />may god bless you, by reading such stuff my whole day gets refreshed.<br />vaidehi<br />www.afternoonvoice.comVaidehi Sachinhttps://www.blogger.com/profile/05786042003589980320noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-91782934903955282272011-07-12T09:11:16.152+05:302011-07-12T09:11:16.152+05:30१) इंदिरा गाँधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, राजीव ग...१) इंदिरा गाँधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, राजीव गाँधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, नर्सिमाराओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, हद तो यह हो गयी कि मनमोहन सिंह जैसे व्यक्ति पर S-बैन्ड स्पेक्ट्रम मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे ! यह सब देखके लगता है कि प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दाईरे में होना चाहिए पर भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार यह कभी होने नहीं देगी क्योंकि कांग्रेस के युवराज ने अब प्रधानमंत्री का पद संभालना है और आपको क्या लगता है, बोफोर्स केस में लीगयी रिश्वत का अब मालिक कौन है ???<br /><br />२) कैपिटलिस्ट इकोनोमी में कोई बुराई नहीं है, बल्कि यह समय कि मांग है, जापान, अमेरिका, यूरोप इत्यादि इसका प्रमाण हैं! भारत जब आज़ाद हुआ था JRD Tata ने उस वक्त पंडित नेहरु से कहा था कमुनिस्म से देश नहीं चल पाएगा, हमें भी अमेरिका कि तरह कैपिटलइज्म को अपनाना चाहिए! पर नेहरु ने उनकी एक ना सुनी और उनकी वही कांग्रेस पार्टी पिछले दो दशकों से देश में कैपिटलइज्म को पूरी तरह से लागू करानें की भरपूर कोशिश कर रही है! कैपिटलइज्म में खराबी नहीं है, खराबी उन नेताओं में है जो संसद में बैठकर पहले तो हमें लूटते हैं और फिर खुदको कानून के चाबुक से बचाने के लिए नए कानून बनाते हैं या फिर पुराने कानून को और कमज़ोर करते हैं! वह लोग हर जगह से पैसा बटोरना चाहते हैं चाहे वो उस गरीब को निचोड़ के ही आये जिसे वह represent करने का दावा करता है!आम आदमीhttps://www.blogger.com/profile/03931503689499194204noreply@blogger.com