tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post2016787247617512894..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: ............और अबPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-71612574132243243242009-11-15T00:28:45.341+05:302009-11-15T00:28:45.341+05:30पुण्य जी प्रणाम,
नि:संदेह प्रभाष जी पत्रकारिता के ...पुण्य जी प्रणाम,<br />नि:संदेह प्रभाष जी पत्रकारिता के सूर्य थे। वो सूर्य जिससे उजास तो मिलता ही था साथ ही पत्रकारिता करने और उसमें खुद झोंकने के लिए आत्मशक्ति भी। आप भाग्यशाली थे आपको उनका सानिध्य मिला। पर आपके लिए आप जैसे मझे लोगों के लिए ये सवाल लाज़मी है कि प्रभाष जी के बाद अब....<br />लेकिन हमारे लिए अभी राहें आप तक पहुंचती हैं।Unknownhttps://www.blogger.com/profile/05111158782412077182noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-58413104241332578242009-11-13T20:26:16.967+05:302009-11-13T20:26:16.967+05:30नमस्कार सर ,
जामिया में M.A.पत्रकारिता का छात्र हू...नमस्कार सर ,<br />जामिया में M.A.पत्रकारिता का छात्र हूँ और आदरनीय प्रभाष जी पर रेडियो के लिए एक छोटा फीचर बना रहा हूँ , जिसमे आपकी राय की आकांशा है , यदि आप अपने कीमती पलों में से कुछ पल दे तो मेरा सौभाग्य होगा , मेरा मोबाइल है 9278116999Arvind Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12618811714067418335noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-18951588004936974592009-11-12T17:47:07.381+05:302009-11-12T17:47:07.381+05:30prabhash joshi ek krantikari patrkar the apka lekh...prabhash joshi ek krantikari patrkar the apka lekh padhkar aisa laga ki aapki patrkarita mein unka kafi sahyog raha hai aur agar aisa hai to main unhe aur bhi adhik pasand karti hun kyonki is zamane mein sahi pathpradarshak milna bahut badi bat hoti hai alvida prabhash ji aap aur aapki soch sath lekar chalne vale hamesha hamaren sath rahenge<br /> bhagvan aapki aatma ko shanti deUnknownhttps://www.blogger.com/profile/06048843318426366151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-34173523115549673142009-11-09T22:56:01.514+05:302009-11-09T22:56:01.514+05:30प्रभाष जोशी जी को नमनप्रभाष जोशी जी को नमनप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-80144231974115870372009-11-09T17:17:33.557+05:302009-11-09T17:17:33.557+05:30shat-shat naman!shat-shat naman!विजय प्रतापhttps://www.blogger.com/profile/06200856560112088526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-10161262728859078792009-11-09T14:54:09.626+05:302009-11-09T14:54:09.626+05:30और अब ................ बताईये सर ? क्या होगा उजालो...और अब ................ बताईये सर ? क्या होगा उजालो का?अब कौन रोकेगा उन कलमकारों को ",जो अंधेरो का समर्थन कर रहे है". <br />प्रभाष जी को शत शत नमनअमिताभ भूषण"अनहद"https://www.blogger.com/profile/07569607529646932053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-8345252134732049872009-11-09T09:59:43.301+05:302009-11-09T09:59:43.301+05:30apko print media men dhoondh raha tha un par apki ...apko print media men dhoondh raha tha un par apki pratikriya ke liye , bahut achchi tarah se aapne prabhash ji ko samjha hai....संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-9571203920621160492009-11-08T23:45:07.076+05:302009-11-08T23:45:07.076+05:30पता नहीं वे आपके कितने करीब थे लेकिन दिल्ली से पा...पता नहीं वे आपके कितने करीब थे लेकिन दिल्ली से पांच सौ चालीस किलोमीटर दूर बीकानेर में रविवार को हुई उनकी श्रद्धांजलि सभा में बैठे पचासों लोगों ने दावा किया कि प्रभाष का स्नेह उनसे जैसा था किसी और से कैसे हो सकता है। अंत में सभा के अध्यक्ष ने कहा कि सभी इतना दंभ कर रहे हैं तो मुझे तो लगता है कि मैं बहुत पीछे हूं लेकिन मुझे भी उनका सानिध्य और प्रेम मिला है। <br />बस सभा में बैठा-बैठा सोच ही रहा था कि पता नहीं इस पत्रकार ने कितने लोगों को अपने करीब रख रखा था। यह उस विशाल हृदय की ही करामात हो सकती है। <br /><br />प्रभाष जी को हृदय से श्रद्धांजलि... <br /><br />सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब उनके द्वारा स्थापित किए गए मूल्यों पर कभी चल पाउंगा... ऐसा मेरा विचार है।Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-69961011446004735692009-11-08T23:37:11.866+05:302009-11-08T23:37:11.866+05:30एंबुलेंस की खामोशी...अब के बाद की खामोशी और फिर आप...एंबुलेंस की खामोशी...अब के बाद की खामोशी और फिर आपके इस लेख में छिपी-चिरती हुई खामोशी।कितना अजीब है ना गुरूवर सबकुछ बिकता है इस बाजार में, एक पत्रकार की भावुकता भी प्रभाज जोशी जैसे कालजयी पत्रकारों की चीर खामोशी भी।रात का अंतhttps://www.blogger.com/profile/13375648656573877910noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-78995372503171158542009-11-08T16:15:26.112+05:302009-11-08T16:15:26.112+05:30'मालूम हो, ख़्याल रहे' ... कागद अब हमेशा के...'मालूम हो, ख़्याल रहे' ... कागद अब हमेशा के लिए कोरे हो गए ...|<br />अश्रुपूरित श्रद्धांजलि ...शागिर्द - ए - रेख्ताhttps://www.blogger.com/profile/02686280393442385910noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-49084534946289219172009-11-08T14:45:42.589+05:302009-11-08T14:45:42.589+05:30प्रभाष जोशी जी को नमनप्रभाष जोशी जी को नमनMANHARhttps://www.blogger.com/profile/11434353795937650767noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-81794252800034264522009-11-08T14:28:58.164+05:302009-11-08T14:28:58.164+05:30धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, एम.फिल., दिल्ली वि.वि. द
...धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, एम.फिल., दिल्ली वि.वि. द<br /> प्रभाष जी के जाने से पत्रकारिता का जो कोना खाली हो गया है, उसे भर पाना थोडा मुश्किल जरूर है। 'कागद कारे' की उनकी लेखनी अब बहुत याद आयेगी। प्रभाष जी के बारे में जो सबसे बडी बात मैंने महसूस की है वह यह की उनके जाने के बाद भी यह किसी को एहसास नहीं हो रहा है कि वह हमसे इतनी दूर चले गये हैं। सही मायनों में यही प्रभाष जी के व्यक्तित्व का यही रंग है। प्रभाष जी के इस जीवट व्यक्तित्व को सलाम...धर्मेन्द्र प्रताप सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08265897088051969148noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-24411412358263367902009-11-08T13:40:27.602+05:302009-11-08T13:40:27.602+05:30ये नही जानता कि कब कैसे "कागद कारे" से म...ये नही जानता कि कब कैसे "कागद कारे" से मुलाकात हुई और फिर एक ऐसा रिशता बना कि हर रविवार को सुबह सुबह "कागद कारे" का ही इंतजार रहता। कभी पढकर होंसला मिला,कभी व्यस्था से लड़ने का जज्बा मिला, कभी नई तस्वीर देखने को मिली, कभी आँखो में आँशु आए...... एक भावानत्मक लगाव हो गया था। एक लेखक और पाठक के बीच। और परसो जब वो गए तो सोचा ना था कि इतनी जल्दी और ऐसे चले जाऐगे अब आगे कहाँ मिलेगा ऐसा मिट्टी से जुड़ा पत्रकार.........सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-5441661477348075422009-11-08T12:56:24.312+05:302009-11-08T12:56:24.312+05:30सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से जोशी जी को शत शत नमन ...सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से जोशी जी को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-36956414533154480902009-11-08T12:17:28.814+05:302009-11-08T12:17:28.814+05:30pata nahi kyon lekin ise padhte hue aankhein nam h...pata nahi kyon lekin ise padhte hue aankhein nam ho aai.<br /><br />shraddhanjali shikhar purush ko, yah bhartiya patrakarita jagat ki aisi kshati hai jise bhar pana bahut bahut hi mushkil hoga.Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-27654789799965024672009-11-08T11:45:17.721+05:302009-11-08T11:45:17.721+05:30मार्मिक..मार्मिक..विनीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-80694356298703308382009-11-08T08:41:10.821+05:302009-11-08T08:41:10.821+05:30प्रभाष जी अद्वितीय थे। उन की बेहद जरूरत थी इस समय ...प्रभाष जी अद्वितीय थे। उन की बेहद जरूरत थी इस समय में। उन्हें जिस तरह स्मरण किया जा रहा है उस से उम्मीद बंधती है कि फिर लोग निकल कर आएंगे।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-52923394104379069872009-11-08T08:35:59.677+05:302009-11-08T08:35:59.677+05:30मार्मिक संस्मरण! प्रभाषजी को मेरी श्रद्धांजलि।मार्मिक संस्मरण! प्रभाषजी को मेरी श्रद्धांजलि।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-37605526648682482992009-11-08T08:05:56.041+05:302009-11-08T08:05:56.041+05:30जय माता दी,
" लेख का पेमेंट करा दें "उ...जय माता दी,<br /> " लेख का पेमेंट करा दें "उनके इसी जज्बे को मेरा सलाम .मेरी यादास्त बता रही है जब खेल पेज पर एक पेज का लेख छफा था तो जनसत्ता ने मुझे एक मह्नीने में पेमेंट कराया था .लेकिन आपके हुनर को उन्होंने समय रहते पहचान लिया था और हो सकता है ये भी जान लिया था की आपका हुनर तभी मुकाम पायेगा जब पारिश्रमिक भी समय से होगा .Mukesh hissariyahttps://www.blogger.com/profile/09866223604674008120noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-4918674019788275312009-11-08T07:47:02.018+05:302009-11-08T07:47:02.018+05:30प्रभाष जी का जीवन अनुकरणीय है-मेरी विनम्र श्रद्धां...प्रभाष जी का जीवन अनुकरणीय है-मेरी विनम्र श्रद्धांजलि- पुण्य प्रसून जी आपने उनके विषय मे हमारी जानकारी मे वृद्धि की-आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-63590696743955071312009-11-08T07:21:44.637+05:302009-11-08T07:21:44.637+05:3072 साल की नौजवान उम्मीद हमेशा के लिए सो गई...शरीर ...72 साल की नौजवान उम्मीद हमेशा के लिए सो गई...शरीर बेशक प्रभाष जी का सांध्यकाल का था लेकिन उनकी सोच हमेशा सूरज की पहली किरण वाली रही...युवाओं से हीं ज्यादा युवा...इस उम्र में भी अखबारों ने पैसा खाकर चुनाव में ईमान बेचा तो प्रभाष जी ने पूरी ताकत के साथ विरोध किया...प्रभाष जी को अपना अंत निकट होने का जैसे आभास हो गया था...तभी उन्होंने हाल में एक लेख में लिखा था कि उनके पिताजी का भी 72साल की उम्र में ही निधन हुआ था...क्रिकेट के लिए सोने-जागने वाला इंसान क्रिकेट देखते देखते ही दुनिया से विदा हुआ...अलविदा प्रभाष जी लेकिन आपकी सोच हमेशा हमारे साथ रहेगी...उसे भगवान भी हमसे अलग नहीं कर सकता...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.com