tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post6196662371267936457..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: राज्यसभा बिकाऊ क्यों हैPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-6505664430727360192012-04-01T19:57:59.367+05:302012-04-01T19:57:59.367+05:30मुझे यह तो नही पता कि आप जनभावना से कितना जुड़े हैं...मुझे यह तो नही पता कि आप जनभावना से कितना जुड़े हैं या इस प्रतिक्रिया से आप क्या निष्कर्ष निकालेंगे पर यह तो तय है कि इस व्यवस्था के खिलाफ़ उठने वाली हर आवाज को दबाने के लिये मीडिया और उसमे सक्रिय तथाकथित विद्वान जुट जाते है। यथास्थिती बरकरार रखने की जीवटता आपके जी न्यूस के संपादक सतीश के सिंग से लेकर नई दुनिया के संपादक तक अलग अलग स्तर मे दिखाई देती है। कोई खुद को पाक साफ़ दिखा मुद्दो की आड लेता है और तो कोई महाबेशर्मी से बयानबाजी पर उतर आता है। लेकिन यह भी सच है कि चैनलो को देखने वाले और इन के आधार पर मत बनाने वाले लोग यह सरकार नही चुनते। चुनाव की शर्त यह होती है कि कौन थाने पटवारी से हमे बचायेगा। जाहिर है सिब्बल का दंभ कि काम तो हम ही आते है बुरा कितना भी लगे लेकिन सत्यता के बेहद करीब है किसी भी मीडिया रिपोर्ट से भी ज्यादा करीब। सत्ता के विकेन्द्रीकरण के बिना ये बाते बेमानी है और आपकी बाते खुद को समझदार इंसान समझने वाले क्लास के लिये देश की हालत पर शोक मनाने का पास टाईंम भी।Arunesh c davehttps://www.blogger.com/profile/15937198978776148264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-71812201272426033692012-04-01T17:11:08.475+05:302012-04-01T17:11:08.475+05:30rajya sabha k sadasya bikau is liye hai kyun k ham...rajya sabha k sadasya bikau is liye hai kyun k ham kabhi do rotiyon k liye to kabhi do mithe bolon k liye bikte huye bade hote hain. hamari ye bikne ki pariwriti hikharidaron ko rupaiyon se hamare iman ko kharidne k liye akarshit karti hai ya fir kabhi khud ham hi kharidar kharidar ban jate hain.aor us par turra ye k kanun ko kamzor kahte huye bhrashtachar ki duhai dene lagte hain jab k kanun to kanun hota hai kamzor to us k rakhwale hote hain. agar rakshak mazbuti se kanun ka palan karta hai ya karwata hai to beimano k pasine chhutne lagte hain. is ka udahran jhar khand k rajya sabha chunao ka raddh hona darshata hai.khaledhttps://www.blogger.com/profile/03106601027836025527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-70427916063774079692012-03-25T21:37:31.154+05:302012-03-25T21:37:31.154+05:30Prasunji Sargarbhit lekh ke liye Sadhuvad!
Hindus...Prasunji Sargarbhit lekh ke liye Sadhuvad!<br /><br />Hindustan mai Rajniti sirf swahit evam esh desh ke 1% se bhi kam logoun ke hit ke liye hoti hai !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-90954420351862809882012-03-24T13:33:24.395+05:302012-03-24T13:33:24.395+05:30जागो भारत जागो! जागो भारत जागो!
सब राजनेतिक पार्टी...जागो भारत जागो! जागो भारत जागो!<br />सब राजनेतिक पार्टीयों की भ्रष्टाचार और देश की 121 करोड़ जनता को लूटने की दुकान बंद हो जागी न इस लिए कोई भी पार्टी नहीं चाहती की एक मजबूत लोकपाल बिल बने....एक ही तरीका हैं देश की 121 करोड़ जनता को सड़कों पर उतरना पड़ेगा और जब तक हमरे देश की संसद एक मजबूत लोकपाल नहीं बना देती तब तक सड़कों पर, सांसदों के घरों पर, हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में हाथ लहराते हुए हर जिंदा और लाश को "इंकलाब जिंदाबाद", "भारत माता की जय" का उद्घोषणा करते हुए मजबूती से खड़ा रहना होगा... फिर चाहे कोई कुछ भी कहे की ये ब्लैकमेल हैं या कुछ और ये कहता कोन हैं इन भ्रष्टाचारियों के दलाल ही न उन की परवा किए बिना फिर चाहे 1 दिन लगे या 100 दिन जब तक लोकपाल बिल पास नहीं हो जाता देश की हर जनता को सड़कों पर ही अपना घर बनाना होगा.... आज 45 साल हो चुके हैं इस पर चर्चा करते करते सब जानते है क्या हैं क्या नहीं सब की सब पार्टी बेबकूफ बना रही हैं की और वक़्त चाहिए एकमत बनाने के लिए जब इन को अपनी तनख्वा बढ़नी होती हैं वो 1 दिन में हो जाता हैं और भ्रष्टाचार के लिए कानून बनाने के लिए 45 साल सोचए जरा! सोचए जरा! आज भी रोज तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख कल ही एक नया घोटाला सामने आया हैं 10.7 लाख करोड़ का कहते हैं ये लगभग 26 लाख करोड़ क्या अब भी नहीं जागना हैं ये तो चाहते ही हैं के आप सोते रहे एक दूसरे से लड़ते रहे और हम तुम को लूटतें रहे। ॥ जागों भारत जागों ॥ अब तो ये बिल सड़क से ही बन सकता हैं फिर चाहे 1 दिन लगे या 100 दिन जब तक लोकपाल बिल पास नहीं हो जाता देश की हर जनता को सड़कों पर ही अपना घर बनाना होगा ॥ जागों भारत जागों ॥<br />हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए<br />इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए<br />आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी<br />शर्त थी लेकिन कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए<br />हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में<br />हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए<br />सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं<br />मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए<br />मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही<br />हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए<br />लोकपाल पर गतिरोध कायम, सर्वदलीय बैठक रही बेनतीजा<br />जागो भारत जागो! जागो भारत जागो!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17529226001082396069noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-40380548524780503822012-03-24T11:03:50.865+05:302012-03-24T11:03:50.865+05:30हमेशा की तरह जानकारियों से भरी लेखनी.हमेशा की तरह जानकारियों से भरी लेखनी.योगेश कुमार 'शीतल'https://www.blogger.com/profile/06790106583161027386noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-21346078942232336182012-03-23T23:22:37.263+05:302012-03-23T23:22:37.263+05:30क्या राज्य सभा को खत्म नहीं कर देना चाहिए सर....?क्या राज्य सभा को खत्म नहीं कर देना चाहिए सर....?amit rawathttps://www.blogger.com/profile/09463315183404557690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-65498490372793871202012-03-23T18:49:09.627+05:302012-03-23T18:49:09.627+05:30ईवीएम में आखरी कालम खाली छोड़ा ही जाऐ क्योकी ऐ बु...ईवीएम में आखरी कालम खाली छोड़ा ही जाऐ क्योकी ऐ बुरे को नकारना दूसरे बुरे का समर्थन हो जाता हैंसतीश कुमार चौहानhttps://www.blogger.com/profile/00624509331785485261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-84219553767013494592012-03-23T12:45:16.681+05:302012-03-23T12:45:16.681+05:30पुण्य प्रसून जी , राज्यसभा नहीं बिकाऊ है। बिकाऊ तो...पुण्य प्रसून जी , राज्यसभा नहीं बिकाऊ है। बिकाऊ तो वो तथाकथित नेता है ,जो की अपनी दुकान जाति और धर्म के नाम पर चला रहे है । वो सभी राज्यसभा की सीटो को अपने लाभ के लिए ऐसे लोगो को दे रहे है जिनका की देश के उच्चसदन मे रहना केवल-केवल अपने खुद के और अपने व्यवसायिक लाभ के लिए है। सत्तारूढ़ दल भी इसमे कम नहीं है,वो भी इस सदन मे जो 12 सदस्य विभिन्न क्षेत्रों से नामित होते ,मे भी उद्योग जगत या अपने दलो के लोगो को भेजते है । शायद देश के संविधान निर्माताओ ने इस स्तिथियों की परिकल्पना ही नहीं की होगी ,वरना वो राज्यसभा को बनाते ही नहीं । बिकाऊ तो वो तथाकथित नेता ही है। और यह देश के लिए तथा देश की जनता के लिए वाकई दुखद है ।AK-ADHIKARhttps://www.blogger.com/profile/12151655084246638984noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-82178841622977667582012-03-23T10:44:46.252+05:302012-03-23T10:44:46.252+05:30super like sir a big fan of you sirsuper like sir a big fan of you sirdonhttps://www.blogger.com/profile/10677361181554058371noreply@blogger.com