tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post7435910851425719789..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: पीपली लाइव से लुटियन लाइवPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-82827888405869998192010-09-16T18:27:58.000+05:302010-09-16T18:27:58.000+05:30ashambhav kuch nahee hai. paise vale paisa bamnate...ashambhav kuch nahee hai. paise vale paisa bamnate rahenge kuch badlne vala nahee hai jab tak yah byavstha nahee badlegi.Bhoopendra pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04367163751148042903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-4414203362364486722010-09-09T22:10:06.049+05:302010-09-09T22:10:06.049+05:30चिन्तनीय स्थिति, सटीक लेख। पता नहीं सत्य ता इतना व...चिन्तनीय स्थिति, सटीक लेख। पता नहीं सत्य ता इतना विद्रूप चित्रण होने के बाद भी आँख खुलेगी व नहीं?प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-33484233056403607212010-09-08T17:15:18.822+05:302010-09-08T17:15:18.822+05:30लेकिन लुटियन लाइव का अंत वाकई सच को पर्दे पर उभारे...लेकिन लुटियन लाइव का अंत वाकई सच को पर्दे पर उभारेगा। क्योंकि वह पीपली लाइव के नत्था की जगह पीएम होंगे। जो गांव से शहर नहीं इंडिया से वर्ल्ड पर राज करेंगे और दुनिया के सबसे बेहतर पीएम माने जायेंगे। और उनकी शेरवानी, उनकी मुस्कुराहट,उनके हाथ उठाने के अंदाज से लेकर हर मुद्दे पर देर तक खामोशी के बीच शोले में ए के हंगल का वह डायलॉग उभरेगा, यहां इतना सन्नाटा क्यों है भाई।.............<br /><br />बहुत अच्छी लगी आपकी लुटियन लाइवAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/11191788978333653305noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-44952220066796512372010-09-08T03:40:47.084+05:302010-09-08T03:40:47.084+05:30जिस समय देश में 50 रुपये किलो तक चीनी चली गई थी उस...जिस समय देश में 50 रुपये किलो तक चीनी चली गई थी उस समय देश के बंदरगाहों से आप तक पहुंचाने वाले 32 रुपए किलो की दर से बाजार में देने को तैयार थे। क्योंकि उनकी आयतीत चीनी के खरीदारों ने आर्डर अगले महीने तक खिसका दिए थे,,किसके इशारे पर इसे इसी से समझा जा सकता है कि अगले तीन महीने तक में चीनी गिरकर 35 पहुंच गई थी। इन तीन महीनों में कितनी चांदी किसने काटी ये बताने की जरुरत नहीं है।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-77978202799182189912010-09-03T12:49:52.078+05:302010-09-03T12:49:52.078+05:30BLOG PAR AANE SE PAHLE YE KAHI AUR AA CHUKA HAI PA...BLOG PAR AANE SE PAHLE YE KAHI AUR AA CHUKA HAI PAR US LEKH ME SAB KUCHH NAHI THA JO ISME HAI..AGAR SAWAL KIAA JAY KI KYO PAHLE PATRIKA ME..AAKHIR BLOG PAR KYO NAHI?AISA NAHI KI FILM DEKHKAR MAINE THAHAKE NAHI LAGAYE PAR HAR BAAR YAHI SAWAL KI YE HASI FILM KI PRASTUTI PAR HAI YA PHIR APNE DES KI BECHARGI PAR.DEKHANE WALE BHUDHIJIWIYO KI TARAH TIPPADI KAR RAHE THE KI KAY FILM BANAI HAI BILKUL GAW NAJAR AA RAHA HAI.JIS PAR THAHAKA LAGAYA JA RAHA THA AGAR 5 MINUTE BHI US ISTHTI KO BHUGTNA PADE TO INHI THAHAKA LAGANE WALO ME N JANE KITNE AWSAAD ME CHALE JAAYEGE.POSCO KI DEPUTY MANAGER KORIEN HAI AUR USKA HAR BAAR YAHI SAWAL HOTA HAI KI IN AADIWASO KO KYA PROBLEM HAI AUR IS SAWAL PAR UDISA KA HI AIK SHAKSH JO PURCHASE OFFICER HAI(POSCO-BAWAL), MUSKURA KAR JAWAB DETA HAI KI ..MADAM, IN LOGO KO SAMJH HI NAHI HAI.SIRF UDISA KI SARKAR NAHI JHUK RAHI HAI BALKI WO SABHI JINHE IS BAAT KA ILM HAI KI YADI POSCO KO HARI JHANDI MIL JAAYE TO HAR SAL KARORO KE WARE NAYRE TAY HAI, ISILIYE ,DES KI SABSE BADI TOOLING INDUSTRY NE PICHLE DINO KOREA ME APNI DASTAK DI. JAB MAHATMA GANDHI DIKHTE HAI TO FARK NAHI PADTA KI AC 16 PAR JAAYE AUR TAB BHI AAPK0 PASINA AAYE.Sarita Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/12249338250065099175noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-69071951176509950642010-09-03T11:09:58.113+05:302010-09-03T11:09:58.113+05:30इंडिया मे रहने वाले हम सब भारत की बात करते तो ज़रुर...इंडिया मे रहने वाले हम सब भारत की बात करते तो ज़रुर हैं परंतु, भारत के लिये "बात" से इतर यदि हम कुछ नहीं कर सकते तो ऐसे लोगों को हमारे एक मित्र "भंडिया के भाडं"(यानि इंडिया के सुविधाभोगी तंत्र में रह कर, भारत की बात करने वाले) कहते हैं! हम भी शायद इसी श्रेणी में तो नहीं आते? (इच्छा जागे कभी तो देखें,यह आलेख भी, "सम्वेदना के स्वर" पर!)सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-5372116155093121772010-09-03T11:05:15.941+05:302010-09-03T11:05:15.941+05:30बेहतरीन प्रसून भाई!
इस फिल्म ने हमें अन्दर तक हिल...बेहतरीन प्रसून भाई! <br />इस फिल्म ने हमें अन्दर तक हिला दिया था, अपने हंसनें पर देर तक हम रोते भी रहे! <br /><br />पहली बार आपने प्रख्यात पत्रकारों को घेरा है, बहुत ज़रुरी है ये, याद आता है कि एक बार अरुण शोरी नें इस तरह की बात की थी, कि जब तक पत्रकार स्वंम आकर अपने पेशे पर लगातार लग रहे दाग नहीं धोयेंगे कुछ नहीं होने वाला, कुछ साथीयों को बेनाकाब करना होगा. <br /><br />लोकसभा चुनावों के बाद अरुण शोरी ने ही किन्ही 8 पत्रकारों की चर्चा भी की थी जिनका इस्तेमाल चुनावों में हुआ था,पर वो खबर चैनलों की स्क्रोल लाइन में चली फिर गायब हो गयी. आम आदमी, बहुत मगज़मारी के बाद भी आपकी इस "पर्सुएशान इंडस्ट्री" के बारे में कितना जान सकता है? <br /><br />सही कहा आपने असल ज़िन्दगी में "लुटियन लाइव" पीपली लाइव पर बहुत भारी है!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.com