tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post7999583959847005747..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: सत्ता की ताकत तले ढहते संस्थानPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-9702519635126476192015-06-29T14:22:30.534+05:302015-06-29T14:22:30.534+05:30आप का यह लेख एक अच्छी खासी हास्य प्रति है, जिन उच्...आप का यह लेख एक अच्छी खासी हास्य प्रति है, जिन उच्च पदों और संस्थानों पर संघ के करीबिओं के बैठाए जाने का प्रलाप आप कर रहे हैं वो तो जलन जैसा कुछ प्रतीत हो रहा है, ऐसा लग रहा है कि इस सरकार में आप को ज्यादा फायदा नहीं मिल रहा है, मौजूदा सरकार कोई यूपी की समाजवादी पार्टी की सरकार या बहुजन समाजवादी पार्टी की राज्य सरकार नहीं है जो जाति विशेष के लोगों को सरकारी रेवडियां बांटे और न ही कांग्रेस की सरकार है जो hinduprashant dwivedihttps://www.blogger.com/profile/17006650001912954179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-87078637170644534832015-06-28T03:16:03.744+05:302015-06-28T03:16:03.744+05:30सत्ता के चापलूस दरबारी, केजरू के 21 विधायक जिनको म...सत्ता के चापलूस दरबारी, केजरू के 21 विधायक जिनको मुख्य सचिव का दर्जा देकर तमाम भोग विलास की सुख सुविधाओं से लैस किया गया है, उन पर तो तुम्हारे विचार कभी पढ़े नहीं। वो सब क्रान्तिकारी जो हैं। वैसे आज कल तुम्हारे लेखों में 'लुटियन्स की दिल्ली' शब्द का प्रयोग बंद हो गया है, शायद तब से जब से केजरू खुद लुटियन्स के बंगले में शिफ्ट हुआ है और सिसोदिया शीला दीक्षित के खाली किये बंगले में। तो अब नया ड्रामा ये है की खबरें ऐसी दिखाओ की मोदी ने संस्थानों को ख़त्म कर दिया, आपातकाल आ रहा है, लोकतंत्र खतरे में है। राहुल बाबा और केजरू किसानो के मसीहा। लगे रहो लेकिन एक बात याद रखो, तुम्हारे सहकर्मी राजदीप, उसकी पत्नी सागरिका, 2G घोटाले वाली बरखा ये सब मिल कर 12 बरस तक ऐसा ही कुप्रचार करते रहे, लेकिन मिला क्या? राजदीप, सागरिका को CNN IBN से अम्बानी ने खदेड़ा, बरखा ने कारगिल में जो इज्जत कमाई थी वो राडिया कांड में गँवा दी और आज इनकी ख़बरें सिर्फ नाम के लिए बची हैं। वैसे सुना है की राजदीप जल्द ही एक नया चैनल खोलने जा रहा है, पैसा कांग्रेस, केजरू और ओवैसी से आएगा और उसका लक्ष्य भाजपा की बदनामी होगा। सच मानिए आज कल मीडिया पे कोई भरोसा ही नहीं करता, फिर चाहे इसमें योगदान न्यूज़-ट्रेडर वाली फब्ती का हो या 1400 करोड़ में मीडिया बिक गया, इस केजरू के आरोप का हो। आपके चैनल से दर्शकों से ज़्यादा तो मोदी के फेसबुक-ट्विटर पे फॉलोवर हैं। अब तुम ही हिसाब लगाओ की तुम्हारी "टक्करों" की क्या हस्ती है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-3854557244291513562015-06-28T01:28:42.017+05:302015-06-28T01:28:42.017+05:30media ki haqikat bhi ab kisi se chupi nahi hai pra...media ki haqikat bhi ab kisi se chupi nahi hai prasoon ji. Paise ka khel yahan bhi chal raha hai islie naitikta ki batain na hi hon to achha hai. ab desh me sirf wo hoga jo is desh me shanti or suraksha or vikas ke lie jaruri hoga chahe koi kitna bhi vidwhwa vilaap karta rahe.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06835567726815388662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-31065777401040429132015-06-28T01:13:50.526+05:302015-06-28T01:13:50.526+05:30election lad lo prasoon ji. lagta hai AAP walo ne ...election lad lo prasoon ji. lagta hai AAP walo ne ticket nahi diya pichli baar.chalo koi baat nahi isi tarha se modi ji ki buraion me lage raho kuch kuch na hath lag hi jayega. or kisi se na sahi to desh virodhi takato se hi sahi. bator lo jo bhi mile. kon jaane aage samay kaisa hoAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06835567726815388662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-16265737359917922922015-06-27T14:31:15.326+05:302015-06-27T14:31:15.326+05:30सांस्कृतिक राष्ट्रवाद अब सांस्कृतिक आतंकवाद तक पहु...सांस्कृतिक राष्ट्रवाद अब सांस्कृतिक आतंकवाद तक पहुँच चुका है.मुसलमानों,इसाईयों के विरुद्ध सतत हमले ,उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक मान लेने के छिपे आग्रह,उनके आर्थिक आधारों पर- पेट पर निरंतर प्रहार देश में खुले रूप से प्रजातांत्रिक तानाशाही के आग़ाज़ की सूचना देता है.Kagbhagodahttps://www.blogger.com/profile/07368556038208372614noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-76246136981560856752015-06-27T10:24:36.429+05:302015-06-27T10:24:36.429+05:30देश अभी औपचारिक लोकतंत्र के दौर से गुजर रहा हैं, ज...देश अभी औपचारिक लोकतंत्र के दौर से गुजर रहा हैं, जितनी तेजी से सरकार नाकामयब होगी लोकतंत्र उसी तेजी से दम तोडेगा ......सतीश कुमार चौहानhttps://www.blogger.com/profile/00624509331785485261noreply@blogger.com