tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post8525676215271378388..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: देश को पिता नहीं पीएम चाहियेPunya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-9883849702423651852012-12-28T19:20:26.879+05:302012-12-28T19:20:26.879+05:30maujuda halat par bahut achhi tippadi.maujuda halat par bahut achhi tippadi.शशि कान्त त्रिगुणhttps://www.blogger.com/profile/10358362063460974308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-12839032306296141582012-12-27T16:00:22.658+05:302012-12-27T16:00:22.658+05:30Prashun ji
aapne mera 30 min har din bacha liya b...Prashun ji <br />aapne mera 30 min har din bacha liya but 24 hr bechaen kar diya. aap kab aayenge Badi Khabar me......kya aapne Znews quit kar diya hai? to dusra Channel join kariye ya koi nya khara kijiye........sare news channel to aapke hi den hain.....aapka wait karta ek prashanshak<br />Abhishek Suman, Patnaabhishekhttps://www.blogger.com/profile/08326019222099948805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-35540640849737723432012-12-27T12:50:16.101+05:302012-12-27T12:50:16.101+05:30प्रसुनजी लेख देने के लिए धन्यवाद. अब बात रही प्रधा...प्रसुनजी लेख देने के लिए धन्यवाद. अब बात रही प्रधानपंत्रीजी की उनसे कहे की आपकी बैटीयो को एक सप्ताह दिल्ली की सामाजिक जिंदगी मे चार दिन बिताये या फिर बस, ट्रेन मे सफर कर के दिखाए. तो फिर मैहसुस करेंगे के तीन बैटीयो का बाप का दर्द क्या होता है. संवेदना शुन्य सरकार बन चुकी है.<br /><br /> सरजी.. अब तो बडी खबर पर आ जाई ये... इस महौल मे आप जेसे लोगो की जरूरत देश को है,.. जो अच्छे मुद्दे उठाकर जनता को इस आंदोलन की ताकत बढाने मे मदत करेंगे ... आपसे गुजारीश है... आपका विद्यार्थीsharadhttps://www.blogger.com/profile/15364785416455314866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-48132706363911130652012-12-26T17:23:55.888+05:302012-12-26T17:23:55.888+05:30सिर्फ पिता होने से क्या होता है! पिता क्या होता है...सिर्फ पिता होने से क्या होता है! पिता क्या होता है यह उन बेटियों के पिताओं से माताओं से पूछा जाता जिन पर गुजर रही है तो सही समझ आता ...<br />.....एक के पीछे एक ...छुपे है चेहरे जाने कितने ...<br />सटीक सामयिक जागरूक करती प्रस्तुति के लिए आभार कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-75559018825297133712012-12-26T10:06:12.234+05:302012-12-26T10:06:12.234+05:30 प्रसून जी भावनाओ को समझो , आपकी लेखन कला आपकी र... प्रसून जी भावनाओ को समझो , आपकी लेखन कला आपकी राजनैतिक खिन्नता के सामने बोनी महसुस हो रही हैंसतीश कुमार चौहानhttps://www.blogger.com/profile/00624509331785485261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-65897555693329794552012-12-25T23:50:20.840+05:302012-12-25T23:50:20.840+05:30प्रधानमंत्रीजी के राष्ट्र के नाम संदेश में अंग्रेज...प्रधानमंत्रीजी के राष्ट्र के नाम संदेश में अंग्रेजी में पढ़कर दिए हुए भाषण के बाद "ठीक है?" शब्द दूरदर्शन पर प्रसारित होने पर पांच कर्मचारी निलंबित कर दिए गए। इस गलती पर दंड देनेवाली सरकार ने एस एम् कृष्णा के यूएन में दुसरे देश का भाषण पढने की गलती पर उन्हें निलंबित क्यों नहीं किया? तिन बेटियों के पिता को क्या अब अपने फर्ज का अनुभव हो रहा है क्या? इससे पहले किसी को बेटियाँ नहीं थी? समाज में महिलाओं के स्थिति की जानकारी नहीं थी? जेड सुरक्षा में बैठकर देश के परिवहन , घरेलु, कार्यालयीन व्यवस्था में महिलाओं या दुर्बलों की सुरक्षा का अंदाजा लगना नामुनकिन है। आज स्कूल के बच्चे के हाथ में आसानी से चाक़ू छुरा पहुँच जाता है। फिल्मों , इन्टरनेट की शौक़ीन होती पीढ़ी पर बदलते संस्कारों से देशभक्ति या समाजसेवा की उमीद रखना बेकार हो चला है। पैसे के जुगाडपर सरकार का चलना अपने आप में ही देश को खोकला कर देता है।सफ़रhttps://www.blogger.com/profile/08593010247542049538noreply@blogger.com