tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post9218090106735348840..comments2024-03-11T07:18:50.122+05:30Comments on पुण्य प्रसून बाजपेयी: सपना जगाने वाले आंदोलन और सपने तोड़ने वाली सत्ता Punya Prasun Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/17220361766090025788noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-71134321087600195312015-04-05T10:25:42.807+05:302015-04-05T10:25:42.807+05:30याद रखो की तुम्हारे क्रांतिकारी चेले केजरू का भी य...याद रखो की तुम्हारे क्रांतिकारी चेले केजरू का भी यही हाल होना है, 5 साल केजरीवाल क्या....2 साल चल जाये बग़ैर पार्टी टूटे तो ग़नीमत समझना। अभी तो पुराने वरिष्ठ सदस्यों जैसे भूषण और यादव को धक्के मार कर निकाला है, कुछ दिन में विधायकों और 4 सांसदों का भी यही हाल होना है। बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी, इंसान का इंसान से भाईचारा तो छोड़ो, यहाँ तो केजरू का यादव से भाईचारा नहीं रह पा रहा। नाटक मंडली की दुर्गति निश्चित है, लेकिन उसके बाद तुम्हारा और राजदीप का क्या होगा? खैर राहुल बाबा के लिए तो अपनी क्रांतिकारी पत्रकारिता जारी रख सकते हो तुम लोग।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8237661391245852817.post-58142951236471769702015-04-02T19:21:29.993+05:302015-04-02T19:21:29.993+05:30सत्ता हासिल करने के लिए जाने कितने ही प्रपंच करने ...सत्ता हासिल करने के लिए जाने कितने ही प्रपंच करने पड़ते हैं राजनेताओं को ...एक बार सत्ता आयी तो फिर जनता तो वहीँ की वही रहती हैं लेकिन सत्ताधारियों को बदलते देर नहीं लगती, उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो जाता है ..<br />बहुत बढ़िया जागरूक प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com