सर, आपने इस सक्षात्कार में बिल्कुल ठीक ही कहा है कि कोई भी छात्र जब पढ़ाई कर मीडिया में प्रवेश करना चाहता है। तो उससे सबसे पहले यही पूछा जाता है.आप हमारे लिए क्या कर सकते हैं मैने 2009-2011 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि से एमएबीजे किया.आज परिस्थितियां ऐसी बनी मुझे बतौर फ्रीलांस जर्नलिस्ट पत्रकारिता कर रहा हूं।
sach ko bhi bebaki se kubul krne ka naam hai punya prasun bajpayee.sahara na kbhi sudhra tha na sudhrega ye vyapari hai na inko khabar se matlab na sarokaar se inko bs revenue chahiye phir chahe wo khabar ki keemat pr hi kyu naa aaye,
sach ko bhi bebaki se kubul krne ka naam hai punya prasun bajpayee.sahara na kbhi sudhra tha na sudhrega ye vyapari hai na inko khabar se matlab na sarokaar se inko bs revenue chahiye phir chahe wo khabar ki keemat pr hi kyu naa aaye,
Twitter पर जनलोकपाल (India Against Corrution) ने आपका विडियो share किया था, मीडिया पर आपका कटाक्ष देखकर बड़ा अच्छा लगा लेकिन मीडिया के गिरते moral के बारे में सुनकर अफ़सोस भी हुआ! आपका interview देख मुझे जस्टिस काटजू की याद दिलाई! वे भी कड़वी लेकिन बिलकुल सच बात कहते हैं! लेकिन मेरी आपसे एक शिकायत भी है, जो बात आपने interview में कही, वे बात आप अपने चैनल पर क्यों नहीं लागू करते ?? मसलन CAG की Krishna-Godavri basin की रिपोर्ट जिसमे इस scam को 2G से भी बड़ा बताया गया था! यह खबर मीडिया में कब आई और कब गायब हो गई पाता ही नहीं चला! यह खबर IBN पर क्यों नहीं चली मैं समझ सकता हूँ! TV18 ग्रुप में मुकेश अम्बानी ने हिसेदारी खरीद ली है लेकिन यह खबर आपके चैनल से इतनी जल्दी क्यों गायब हो गई मुझे यह बात समझ नहीं आती!
प्रसून जी मुझे आपकी रिपोर्टिंग बहुत पसंद है, मैं आपका शो "बड़ी खबर" कभी मिस नहीं करता लेकिन एक सत्य यह भी है कि आपके चैनल के संपादक Satish K Singh एक नंबर के नाकारा संपादक हैं (Sorry Satish Sir). मैंने प्रधानमंत्री और न्यूज़ चैनलों के संपादकों की मीटिंग live देखी थी! सरकार उस वक्त चारों और से scams से घिरी हुई थी, देशवासिओं में बहुत ज़्यादा गुसा था! आप लोगों के पास एक सुन्हैरा मोका था प्रधानमंत्री के पास जनता की आवाज़ पहुँचाने का, उन्से कुछ सख्त सवाल पूछने का लेकिन अफ़सोस...आपके एडिटर साहब Satish K Singh जी ने प्रधानमंत्री जी से इतने बकवास, घटिया, निकमे और बचकाने सवाल किये कि मन किया अपना टीवी तोड़ दूं! उन सभी सवालों का जवाब प्रधानमंत्री पहले भी कई बार दे चुके हैं और हमें पता था कि वह इस बार भी वही जवाब देंगे और ऐसा ही हुआ !..वोह तो भला हो Times Now के Arnab Goswami का जो वहाँ मोजूद थे! वे हर बार इतने सख्त सवाल पूछते हैं कि जवाब देने वाले का दिमाग चक्कर खाजाए! मैं जानता हूँ Arnab न्यूज़ को sensationalize करते हैं लेकिन वो apolitical हैं, tough सवाल पूछते हैं और साथ ही अपने चैनल पे बाबों को नहीं दिखाते! जैसे कि उम्मीद थी Arnab ने उस दिन भी इतने सख्त सवाल पूछे कि प्रधानमंत्री के साथ बैठे एक bureaucrat को बोलना पड़ा, "Mr Arnab, u can't interrogate Mr. Prime Minister". Arnab ने काफी प्यार से उस नोकरशाह को जवाब दिया और प्रधानमंत्री को भी Arnab के सवालों का जवाब देना पड़ा
prasun ji... aapko dekh ke hi patrakarita me aaya tha. ab sab janne ke bad dil nahi karta lekin aapko dekh kehi phir ladhne ki takat milti hai. bas aap se ke bar milna hai. aapka shishya
sir hum log youva avam aj ki media viahaya par ek kitab sampadit krna chahte hai. es vishaya par aap se ek lekh ki gujarish hai.---- janardan shodh kshtra hindi vibhag university of hyerabad, 500046. sir apki pratikriya ka intjaar hai.
पुण्य प्रसून बाजपेयी के पास प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 20 साल से ज़्यादा का अनुभव है। प्रसून देश के इकलौते ऐसे पत्रकार हैं, जिन्हें टीवी पत्रकारिता में बेहतरीन कार्य के लिए वर्ष 2005 का ‘इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवार्ड फ़ॉर एक्सिलेंस’ और प्रिंट मीडिया में बेहतरीन रिपोर्ट के लिए 2007 का रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला।
8 comments:
साक्षात्कार...शानदार!!
-हितेन्द्र
सर, आपने इस सक्षात्कार में बिल्कुल ठीक ही कहा है कि कोई भी छात्र जब पढ़ाई कर मीडिया में प्रवेश करना चाहता है। तो उससे सबसे पहले यही पूछा जाता है.आप हमारे लिए क्या कर सकते हैं मैने 2009-2011 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि से एमएबीजे किया.आज परिस्थितियां ऐसी बनी मुझे बतौर फ्रीलांस जर्नलिस्ट पत्रकारिता कर रहा हूं।
sach ko bhi bebaki se kubul krne ka naam hai punya prasun bajpayee.sahara na kbhi sudhra tha na sudhrega ye vyapari hai na inko khabar se matlab na sarokaar se inko bs revenue chahiye phir chahe wo khabar ki keemat pr hi kyu naa aaye,
sach ko bhi bebaki se kubul krne ka naam hai punya prasun bajpayee.sahara na kbhi sudhra tha na sudhrega ye vyapari hai na inko khabar se matlab na sarokaar se inko bs revenue chahiye phir chahe wo khabar ki keemat pr hi kyu naa aaye,
desh ke liye kuchh karne ki bechaini ko ham samajh sakte hain....!!!!!
Twitter पर जनलोकपाल (India Against Corrution) ने आपका विडियो share किया था, मीडिया पर आपका कटाक्ष देखकर बड़ा अच्छा लगा लेकिन मीडिया के गिरते moral के बारे में सुनकर अफ़सोस भी हुआ! आपका interview देख मुझे जस्टिस काटजू की याद दिलाई! वे भी कड़वी लेकिन बिलकुल सच बात कहते हैं! लेकिन मेरी आपसे एक शिकायत भी है, जो बात आपने interview में कही, वे बात आप अपने चैनल पर क्यों नहीं लागू करते ?? मसलन CAG की Krishna-Godavri basin की रिपोर्ट जिसमे इस scam को 2G से भी बड़ा बताया गया था! यह खबर मीडिया में कब आई और कब गायब हो गई पाता ही नहीं चला! यह खबर IBN पर क्यों नहीं चली मैं समझ सकता हूँ! TV18 ग्रुप में मुकेश अम्बानी ने हिसेदारी खरीद ली है लेकिन यह खबर आपके चैनल से इतनी जल्दी क्यों गायब हो गई मुझे यह बात समझ नहीं आती!
प्रसून जी मुझे आपकी रिपोर्टिंग बहुत पसंद है, मैं आपका शो "बड़ी खबर" कभी मिस नहीं करता लेकिन एक सत्य यह भी है कि आपके चैनल के संपादक Satish K Singh एक नंबर के नाकारा संपादक हैं (Sorry Satish Sir). मैंने प्रधानमंत्री और न्यूज़ चैनलों के संपादकों की मीटिंग live देखी थी! सरकार उस वक्त चारों और से scams से घिरी हुई थी, देशवासिओं में बहुत ज़्यादा गुसा था! आप लोगों के पास एक सुन्हैरा मोका था प्रधानमंत्री के पास जनता की आवाज़ पहुँचाने का, उन्से कुछ सख्त सवाल पूछने का लेकिन अफ़सोस...आपके एडिटर साहब Satish K Singh जी ने प्रधानमंत्री जी से इतने बकवास, घटिया, निकमे और बचकाने सवाल किये कि मन किया अपना टीवी तोड़ दूं! उन सभी सवालों का जवाब प्रधानमंत्री पहले भी कई बार दे चुके हैं और हमें पता था कि वह इस बार भी वही जवाब देंगे और ऐसा ही हुआ !..वोह तो भला हो Times Now के Arnab Goswami का जो वहाँ मोजूद थे! वे हर बार इतने सख्त सवाल पूछते हैं कि जवाब देने वाले का दिमाग चक्कर खाजाए! मैं जानता हूँ Arnab न्यूज़ को sensationalize करते हैं लेकिन वो apolitical हैं, tough सवाल पूछते हैं और साथ ही अपने चैनल पे बाबों को नहीं दिखाते! जैसे कि उम्मीद थी Arnab ने उस दिन भी इतने सख्त सवाल पूछे कि प्रधानमंत्री के साथ बैठे एक bureaucrat को बोलना पड़ा, "Mr Arnab, u can't interrogate Mr. Prime Minister". Arnab ने काफी प्यार से उस नोकरशाह को जवाब दिया और प्रधानमंत्री को भी Arnab के सवालों का जवाब देना पड़ा
prasun ji... aapko dekh ke hi patrakarita me aaya tha. ab sab janne ke bad dil nahi karta lekin aapko dekh kehi phir ladhne ki takat milti hai. bas aap se ke bar milna hai. aapka shishya
sir hum log youva avam aj ki media viahaya par ek kitab sampadit krna chahte hai. es vishaya par aap se ek lekh ki gujarish hai.----
janardan shodh kshtra hindi vibhag university of hyerabad, 500046.
sir apki pratikriya ka intjaar hai.
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